जी हां, ओपन राज्य स्तरीय कराटे चैंपियनशिप 2021 का आगाज हो चुका है , विदित हो कि इसका शुभारंभ दिनांक 24 जनवरी को पटना के दीघा स्थित इंडोर स्टेडियम में एक दिवसीय कार्यक्रम के रूप में होने जा रहा है, बीते साल2020 में कोरोना महामारी को लेकर इस तरह का आयोजन को रद्द कर दिया गया था, अब 2021 में शुरुआत 24 जनवरी से हो जा रहा है।
इस प्रतियोगिता में बिहार राज्य के लगभग सभी जिलों के छात्र-छात्राओं भाग लेने जा रहे हैं, छोटे-छोटे बच्चों भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए काफी उत्सुक है। बिहार स्टेट चीफ शमशाद अंसारी ने बताया कि कई छोटे-छोटे बच्चे इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए काफी उत्सुक है और उनके तैयारी भी जोर शोर से किया जा रहा है।
खुद को शारीरिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कराटे खासकर लड़कियों के लिए एक वरदान की तरह है।
कराटे सीखी हुई लड़कियों से पंगा लेना आसान नहीं होता है, लड़कियों को मजबूत बनाने की दिशा में कराटे बहुत ही अहम खेल के रूप में साबित हो रहा है। अररिया जिले में खासकर पिछड़े हुए ग्रामीण क्षेत्रों में आज लड़कियां बढ़-चढ़कर कराटे में हिस्सा ले रही है, और उनके परिवार जन बेहिचक अपनी बेटियों को कराटे में भाग लेने के लिए उत्सुक भी हैं। इस कड़ी में बिहार स्टेट चीफ शमशाद अंसारी का चर्चा में आना लाजमी है ,आखिर क्यों ना हो? दिन- रात मेहनत करके, अपने छात्र और छात्राओं को इस दिशा की ओर आगे बढ़ाने का काम लगभग 30 वर्षों से कर रहे हैं, चाहे कड़कती धूप हो ? या कंप कपाती हुई सीतलहरी का ठंड? शमशाद अंसारी को आप फारबिसगंज के थाना स्थित, कैंपस में जरूर देखें होंगे,अपने छात्र छात्राओं को ट्रेनिंग देते हुए। इनके मेहनत का ही फल है कई बच्चे सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से भी कराटे प्रतियोगिता में राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुके हैं और अपने जिले का नाम का परचम फहरा चुके हैं।
गोल्ड मेडल प्राप्त कई छात्र छात्राओं आफिसर रेंक में कार्य कर देश का सेवा कर रहे हैं। वाकई में इनका जितना भी तारीफ हो वह कम ही होगा।