पत्रकार, रोहित यादव की कलम से। जी हां, अभी के वर्तमान परिदृश्य में, ठंड के इस बढ़ते प्रकोप में भी, अररिया जिला के नरपतगंज प्रखंड के अंतर्गत, लगभग सभी स्कूलों में, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का अचानक स्कूल में ,जाकर जांच करना, सभी शिक्षकों को हरकत में ला दिया है , बिहार में सरकारी स्कूलों का क्या स्थिति है ,यह किसी से छुपा हुआ नहीं है, शिक्षक घर में रहते हैं, लेकिन हाजिरी उनका रजिस्टर पर बन जाता है, शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार शायद किसी से छुपा हो।
लेकिन नरपतगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जिस तरीके से सभी स्कूलों में जाकर स्कूलों की वस्तुस्थिति जान रहे हैं, उससे उस स्कूलों की कार्यप्रणाली में सुधार की उम्मीद जग रही है। वहीं शिक्षक लोगों के बीच में भय व्याप्त हो गया है, कहीं शिक्षा पदाधिकारी स्कूल में धमक ना जाए, और उनकी हाजिरी को काट ना दिया जाए, क्योंकि स्कूल से अनुपस्थित होकर हाजिरी बनाना , आदत से बनी हुई है, सभी शिक्षक ऐसे नहीं हैं, कुछ शिक्षकों की वजह से ऐसी हालात बनी हुई हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा हाजिरी काटने के बाद, पैसे लेकर हाजिरी बनाया भी जाता है, इसलिए वे कंप कपाती हुई ठंड में भी स्कूल का भ्रमण कर रहे हैं, ताकि पॉकेट गर्म हो सके। हिंदुस्तान न्यूज़ लाइव इस बात की पुष्टि नहीं करता है।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नरपतगंज , को साथ में लेकर घूमने वाले शख्स का नाम है संजीव कुमार श्रीवास्तव, संजीव कुमार श्रीवास्तव करीब 20 साल से अलग-अलग प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को स्कूल का भ्रमण कराने का कार्य करते हैं, इन्हें हर स्कूल का आईडिया है,किस स्कूल में साहब को लेकर जाना है ,इन्हें यह भी पता है।
नरपतगंज प्रखंड के अंतर्गत मध्य विद्यालय दरियागंज के छात्राओं के द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का भव्य स्वागत किया गया, वह भी ,कोरोना कॉल को ध्यान में रखकर ,मास्क पहनकर बच्चों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को मोमेंटो प्रदान किया, जबकि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बिना मास्क के ही स्पष्ट रूप से तस्वीर में दिख रहे हैं।