बच्चे को गोद में लिए इस बेबस, लाचार महिला की तस्वीर बहुत कुछ बयां करती है ,आखिर यह क्यों हाथ फैलाकर पप्पू यादव से कुछ मांग रहे हैं? आइए जानते हैं सच्चाई क्या है।
आज पटना की उतरी मंदिर में रह रहे गरीब लाचार प्रवासी मजदूर को पप्पू यादव के द्वारा थाली, लोटा, गिलास और ₹500 से मदद किया गया। इन सभी लोग की स्थिति बिल्कुल ही दयनीय थी,1 हजार से ऊपर परिवारों को मदद पहुंचाया गया। इस तस्वीर को गौर से देखिए एक महिला अपने बच्चे को गोद में लिए हुए हैं और उसकी निगाहें हाथ फैला कर पप्पू यादव की ओर इंगित कर रहे हैं, यानी वह पप्पू यादव से कुछ मांग रहे हैं, यह तस्वीर कुछ पल के लिए आपको भी झकझोर जरूर देगी। पप्पू यादव इन गरीब महिलाओं के बीच में पहुंचकर इन्हें नगद रूप में ₹500 और बर्तन के रूप में थाली, कटोरा, गिलास बांट रहे हैं। पप्पू यादव का मकसद जो भी हो, भले ही राजनीति से प्रेरित हो ,लेकिन उस गरीब के हाथ में ₹500 समय पर मिलना, और थाली, गिलास ,कटोरा प्राप्त करना उनके लिए बहुत बड़ी बात है। पप्पू यादव जी हर जगह पहुंच जाते हैं आखिर क्यों?
बीते दिन पटना के पुनाइचाक रोड नंबर 6 गणेश पासवान, मोहम्मद इदरीश, अनुज कुमार सिन्हा के बेटे के पटना स्थित पुल के सीलिंग गिरने से तीनों बच्चे की मृत्यु हो गई। पप्पू याादव जी, तीनों परिवारों से मुलाकात कर, तीनों परिवार को 15 हजार से आर्थिक मदद की और उनको यह भरोसा दिया कि उन तीनों परिवारों की लड़ाई लड़ेंगे। अगर सिंगला ग्रुप उनको न्याय नहीं देगी तो वो आंदोलन करेंगे और सिंगला ग्रुप को बंद करने की मांग करेंगे।
भले ही पप्पू यादव वर्तमान में सांसद के पद पर ना हो, लेकिन गरीब लोगों के जुबान पर उनका नाम तो आ ही रहा है, गरीबों का मसीहा, बिहार में पप्पू यादव, यह कहना है गरीब प्रवासी मजदूरों का।