भाजपा के चर्चित ,युवा चेहरा में से एक प्रवीण कुमार का सफर यूं ही नहीं रहा है, यह कठिन मेहनत, परिश्रम और लगन के बदौलत ही इस मुकाम पर पहुंच पाए हैं , फारबिसगंज के जनता को यह उम्मीद है कि प्रवीण कुमार एक दिन इससे भी आगे पद पर आसीन होकर अपना परचम जरूर लहराएंगे, साथ में फारबिसगंज का नाम भी रोशन करेंगे।
छात्र नेता से बने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जाने कैसा रहा होगा, उनका निजी व राजनीतिक जीवन।
आइए जानते हैं, कैसा रहा है प्रवीण कुमार का राजनीतिक और नीजी जीवन।
प्रवीण कुमार का जन्म निर्धन मजदूर परिवार में हुआ, इनके माता के नाम श्रीमती द्रोपती देवी, पिता स्वर्गीय कैलाश प्रसाद, बहन का नाम श्रीमती रंजू देवी है। प्रवीण कुमार का शुरुआती पढ़ाई – लिखाई ली अकादमी उच्च विद्यालय , फारबिसगंज शहर से हुई है। इसके बाद उन्होंने स्नातक की डिग्री फारबिसगंज काॅलेज से हासिल किया।विधी स्नातक उन्होंने एस डी लाॅ काॅलेज कटिहार से प्राप्त किया ।
छात्र जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में ज्वाइन कर, राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने का काम शुरू कर दिया। 2010 से 2013 तक बिहार विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री व राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य के रूप में कार्य किया है । वर्ष 2009 से 12 भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य के रूप में छात्रों की आवाज बुलंद करने का काम किया है। नेहरू युवा केंद्र अररिया द्वारा जिला युवा पुरस्कार से भी सम्मानित हुए हैं , 2015 से 2017 तक भारत सरकार के युवा खेल मंत्रालय की इकाई नेहरू युवा केंद्र के राज्य सलाहकार समिति सदस्य के रूप में कार्य किया है। 2018 एवं 2019 में नेहरू युवा केंद्र जिला चयन समिति के सदस्य मनोनीत हुए । 2014 से भाजपा से जुड़ाव व दलीय राजनीति में सक्रिय हुए। 2017 से 2019 भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश मंत्री के रूप में कार्य किया। 18 मई 2020 को भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया।