कोराना जैसे – वैश्विक महामारी के दौरान पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार के द्वारा अनोखा पहल।
जी हां कोरोना, जैसे वैश्विक महामारी के, इस विषम परिस्थिति में हर एक व्यक्ति परेशान है, डरा और सहमा हुआ है ,तो दूसरी तरफ बंगाल से लेकर उड़ीसा तक अमफान तूफान का तांडव शुरू हो गया है। कुदरत के तांडव के सामने हर कोई मजबूर है ,सिवा हौसले का।
अपने देश में मजदूरों को लेकर सियासी खेल उफान पर है, मजदूरों को लेकर, हर चैनल ,प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में समाचार सुर्ख़ियों से प्रकाशित हो रहे हैं ,लेकिन पूर्णिया जिला के जिलाधिकारी कुछ अलग ही स्किल्स के साथ आगे बढ़ रहे हैं। आइए बताते हैं आखिर वह ऐसा क्या कर रहे हैं? जितने भी प्रवासी मजदूर बाहर से पूर्णिया जिला में आ रहे हैं । सभी को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है , इस जानकारी से शायद आप अछूता न हो। लेकिन पूर्णिया के क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही मजदूरों का एक डेटा तैयार किया जा रहा है, जिसमें मजदूरों का शैक्षणिक योग्यता से लेकर सारे skills का डेटा का तैयारी हो रहा है। इस डेटा के तहत मजदूरों को रोजगार देने की तैयारी में है, पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार। सचमुच में यह एक अनोखा पहल है, खासकर इस समय जब पूरा देश मजदूरों को लेकर सियासी खेल में रमे हुए हैं। दूसरी तरफ पूर्णिया के डीएम राहुल कुमार को बच्चों के शिक्षा के प्रति भी काफी चिंता है, तभी तो वह आंगनबाड़ी जैसे – केंद्र को बढ़ावा देने में काफी तत्पर हैं । अभी आंगनबाड़ी केंद्रों को सजाया और संवारा जा रहा है। पूर्णिया जिला में मवेशियों को रहने के लिए सेेड का भी निर्माण किया जा रहा है। इधर अमफान जैसी- तूफान के बारे में पूर्णिया के आम लोगों को अलर्ट करने में भी राहुल जी सबसे आगे हैं, उनके ट्विटर हैंडल पर आम लोगों से अलर्ट होने का अपील किया गया है। सचमुच में जिलाधिकारी राहुल कुमार एक अच्छे जिलाअधिकारी के रूप में आम लोगों के बीच अपनी अमीट छाप छोड़ने में कामयाब हो रहे हैं।
