मुख्य संपादक, गौतम कुमार की कलम से। कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए झारखंड तथा बिहार में 31 मार्च तक लॉक डाउन कर दिया गया है। 31 मार्च तक सभी जिला मुख्यालय, अनुमंडल मुख्यालय, प्रखंड मुख्यालय और नगर निकाय मुख्यालय को लाक डॉन का आदेश निर्गत कर दिया गया है। सरकार ने इसे लागू कर दिया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 80 के करीब नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। पूरे देश में COVID-19 पॉजिटिव मरीजों की संख्या 380 से ज्यादा हो गई है। एहतियात बरतना ही बचाव है। भारत में नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को जनता कर्फ्यू दिवस के रूप में मनाया गया, जिसमें सभी वर्गों के लोग, शाम के करीब 5:00 बजे थाली ,घंटी, शंखनाद कर, कोरोना से लड़ने का एकमत बिगुल बजाकर दृढ़ संकल्प लिया है। वहीं प्राइवेट कंपनियां अपने- अपने कर्मचारियों को घर पर से ही काम करने का हिदायत दे रखा है। बिहार देश का तीसरा सबसे बड़ा आबादी वाला राज्य है यहां भी कोरोनावायरस का दस्तक सामने आ चुका है, एक आदमी का मौत हो चुकी हैं ।लॉक डाउन एक इमरजेंसी व्यवस्था है, जो किसी आपदा के वक्त सरकारी तौर पर लागू की जाती है, लॉक डाउन की स्थिति में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है।
आम लोगों से अपील है कि आप सभी लोग सावधान रहें, सुरक्षित अपने घर में रहें। इमरजेंसी होने पर ही घर से निकले।